अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों ने माओवादी संगठन के चीफ बसव राजू को मार गिराया, था एक करोड़ रुपये का इनाम

अबूझमाड़
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ लगातार सुरक्षाबलों की तरफ से ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 27 नक्सली मारे गए । मिली जानकारी के मुताबिक अबूझमाड़ क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई जिसमें 27 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया है। वहीं इस मुठभेड़ में एक जवान बलिदान और एक जवान के घायल होने की भी खबर है।
नारायणपुर और बीजापुर इलाके में नक्सलियों पर सुरक्षाबलों के जवान आज प्रलय बनकर टूटे। नक्सलियों के खिलाफ इस एक्शन में वसव राजू के मारे जाने की खबर है। जानकारी के मुताबिक नक्सल संगठन का जनरल सेक्रेटरी वसव राजू भी मारा गया है। वसव राजू कुख्यात नक्सली रहा है उसके ऊपर डेढ़ करोड़ का इनाम है।
जानें कौन था बसव राजू
जानकारी के मुताबिक 2018 में बसव राजू को नक्सल संगठन की कमान सौंपी गई थी। बसवा राजू का असली नाम नंबाला केशव राव है। उसे गगन्ना, प्रकाश और बीआर के नाम से भी जाना जाता है। उसके पिता का नाम वासुदेव राव है और वह काफी उम्रदराज है। उसकी उम्र करीब 75 साल के आसपास बताई जा रही है। उसने बीटेक की पढ़ाई की थी वह आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम का रहने वाला था। वसवा राजू खूंखार नक्सली था वह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का सीनियर कैडर था और दक्षिण बस्तर डिवीजनल कमेटी का चीफ था। राजू छत्तीसगढ़, ओडिशा से लेकर आंध्र प्रदेश की सीमाओं पर सक्रिय था।
बसवा राजू का आपराधिक रिकॉर्ड
नक्सली राजू कई नक्सली हमलों को अंजाम दे चुका था। इनमें पुलिसकर्मियों और नागरिकों की हत्या, खनन कंपनियों से उगाही और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाना शामिल है। सबसे बड़ा हमला सुकमा और देंतेवाड़ा नक्सली हमला था। 2010 के दंतेवाड़ा हमले में 75 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे। इसमें उसका ही हाथ था।
विस अध्यक्ष रमन सिंह ने दी बधाई
नारायणपुर में चल रहे ऑपरेशन में मारे गए 26 नक्सलियों पर छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मैं इस बड़े ऑपरेशन के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस को उनकी सफलता के लिए बधाई देता हूं। इस ऑपरेशन में एक पुलिसकर्मी के घायल होने के अलावा किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। मैं केंद्रीय गृह मंत्री, मुख्यमंत्री और विजय शर्मा जी को भी बधाई देता हूं।
सीएम साय ने भी जवानों को दी बधाई
सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि नक्सल मोर्चे पर लगातार कामयाबी मिल रही है। 27 से ज्यादा नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। इस सफल ऑपरेशन के लिये उन्होंने जवानों को बधाई दी है।
गढ़चिरौली में 36 लाख की इनामी पांच महिला माओवादी गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पांच माओवादियों को गिरफ्तार किया है। इन पर महाराष्ट्र सरकार ने 36 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
गढ़चिरौली पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने बताया कि टीसीओसी अवधि के दौरान पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में पकड़े गए माओवादियों में एक डिवीजनल कमेटी मेंबर, एक एरिया कमेटी मेंबर और तीन प्लाटून सदस्य शामिल हैं।
पुलिस ने तीन माओवादियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अन्य नाबालिग होने के संदेह में हिरासत में लेकर उन्हें बाल न्यायालय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया है।
गिरफ्तार माओवादियों की पहचान उंगी मंगरू होयम उर्फ सुमली डीवीसएम, प्लाटून 32), पल्लवी केसा मीडियम उर्फ बंडी एसीएम, प्लाटून 32 और देवे कोसा पोडियाम उर्फ सबिता प्लाटून सदस्य के रूप में हुई है। ये सभी बीजापुर की रहने वाली हैं।
दो अन्य माओवादी सदस्यों की उम्र संबंधी पुष्टि न होने पर उन्हें बाल न्यायालय बोर्ड में पेश किया है। उंगी मंगरू होयम पर 16 लाख, पल्लवी केसा मीडियम पर आठ लाख, देवे कोसा पोडियाम पर चार लाख और अन्य दो पर कुल आठ लाख रुपये का इनाम घोषित था।
घात लगाने की फिराक में थे माओवादी
गुप्त सूचना के आधार पर गढ़चिरौली पुलिस और सी-60 कमांडो टीम ने लाहेरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत बिनगुंडा गांव में 50 से 60 माओवादियों के एकत्र होने की खबर पर 18 मई को सर्च आपरेशन चलाया। 19 मई को सी-60 कमांडो दस्ते ने गांव को घेरते हुए तलाशी शुरू की और पांच माओवादियों को बिना किसी मुठभेड़ के हिरासत में ले लिया।
हथियार बरामद
माओवादियों से सुरक्षा बलों ने एक स्वचलित एसएलआर, एक 303 रायफल, तीन सिंगल शाट रायफल, दो भरमार बंदूकें, तीन वाकी-टाकी सेट और नक्सल साहित्य सहित अन्य सामग्री बरामद की है।
तीन वर्षों में 103 गिरफ्तारी
पुलिस के अनुसार,सभी पांच माओवादी सुरक्षाबलों पर हमलों समेत कई गंभीर वारदातों में शामिल रहे हैं। गढ़चिरौली पुलिस ने जनवरी 2022 से अब तक कुल 103 माओवादियों को गिरफ्तार किया है, जो नक्सल नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में बड़ी सफलता मानी जा रही है।