मनोरंजन

दंतेवाड़ा : कलेक्टर ने ली साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक

दंतेवाड़ा : कलेक्टर ने ली साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक

माननीय मुख्यमंत्री के प्रवास के दौरान की गई घोषणाओं पर त्वरित अमल करने, पंचायतों में अटल डिजिटल केन्द्रों को सक्रिय किए जाने सहित अन्य मुद्दो पर कलेक्टर द्वारा दिए गए दिशा-निर्देश

आगामी मानसून के मद्दे नज़र बाढ़ आपदा बचाव एवं पूर्ण राहत कार्ययोजना से अवगत कराया गया विभागों को

दंतेवाड़ा
आज कलेक्टर कुणाल दुदावत द्वारा कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली गई। बैठक में कलेक्टर ने सर्वप्रथम माननीय मुख्यमंत्री द्वारा विगत प्रवास के दौरान की गई महत्वपूर्ण घोषणाओं पर तुरन्त प्रभावी कार्यवाही किये जाने का निर्देश देते हुए कहा कि नियद नेल्लानार योजना के तहत ग्रामों में आधार कार्ड एवं राशन कार्ड बनाये जाने हेतु शिविर लगाने हेतु शेड्यूल बनाकर युद्ध स्तर संबंधित विभाग क्रियान्वयन करें। इसके लिए डोर टू डोर सर्वे कराकर आवेदन लेने के प्रक्रिया प्रारंभ सहित जिन-जिन ग्रामों में आधार कार्ड प्रदाय में भारी अंतर परिलक्षित हो रहा है।

उसे लक्षित करके शत-प्रतिशत संतृप्तिकरण किया जाना विभागों की प्राथमिकता रहेगी। इसके साथ ही राशन कार्ड बनाए जाने के प्रक्रिया छूटे हुए हितग्राहियों को विभागीय मॉनटरिंग किया जा कर त्वरित राशन कार्ड बनाये जाए। इन मूलभूत आवश्यकता वाले कार्यों को जिला स्तर पर स्वयं विभाग प्रमुख प्रतिदिन कार्य की प्रगति के संबंध में रिपोर्ट करेगें। इसके साथ ही नियद नेल्लानार के चिन्हित ग्रामों में संबंधित विभागों द्वारा किये जाने वाले विकास कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग हेतु व्यक्तिगत रूप से विभाग प्रमुख प्रगति का जायजा लेगें। साथ ही पेंशन प्रकरण एवं महतारी वंदन जैसे योजनाओं में हितग्राहियों को भुगतान हर महीने के 10 तारीख से पहले सुनिश्चित किया जाये। इस प्रकार शालाओं में भी मिड-डे-मिल प्रदाय, छात्राओं एवं शिक्षकों की नियमित उपस्थिति पर भी विभागीय अधिकारियों की सतत निगरानी रहेगी।

इसके अलावा उन्होंने जिले के पंचायतों में प्रारंभ किये गये अटल डिजिटल सेवा केन्द्रों की जानकारी लेते हुए कहा कि सभी सेवा केन्द्रों में सक्रिय रूप से हितग्राहियों को बैंकिंग, पेंशन सहित मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास एवं अन्य भुगतान संबंधी सेवाओं को कार्यशील करे। इस संबंध में आगामी समय-सीमा बैठक में संबंधित विभाग अद्यतन रिपोर्ट प्रस्तुत करेगे। जिले में पर्यटन सुविधाओं के विस्तारीकरण के तहत होम-स्टे प्रारंभ किये जाने के संबंध में उन्होंने कहा कि पर्यटकों हेतु मुलेर, कुम्हाररास, पालनार और बारसूर के चयनित ग्रामों में होम-स्टे सेवा प्रारंभ होगी। इसके लिए पंचायत स्तर पर  होम-स्टे  संचालित करने वाले इच्छुक हितग्राहियों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षण दिया जाकर प्रस्ताव जिला स्तर पर उपलब्ध कराये।
बाढ़ आपदा बचाव एवं पूर्ण राहत कार्ययोजना पर भी समय-सीमा की बैठक में हुई समीक्षा
       इसके साथ ही समय-सीमा बैठक में कलेक्टर ने आगामी मानसून के मद्दे नज़र बाढ़ आपदा बचाव एवं पूर्ण राहत कार्य योजना के संबंध में भी विस्तृत   दिशा-निर्देश  दिए। बैठक में आगामी मानसून में प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत व्यवस्था करने के लिए जिला व तहसील स्तर पर सेल तथा बाढ़ समिति का गठन किया जाने। प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत के संबंध में जिला व तहसील स्तर पर स्थापित वर्षा मापक यंत्रों का उचित रखरखाव। पहुंच विहीन क्षेत्रों में राशन एवं खाद्यान्न सामग्री के भंडारण चिकित्सा एवं प्राथमिक उपचार की दृष्टि आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता, पेयजल की शुद्धता एवं स्वच्छता को दृष्टिगत रखते हुए कुआं, हैंडपंप आदि में ब्लीचिंग पाउडर आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने, बाढ़ से बचाव संबंधी जो भी उपकरण जो जिले में उपलब्ध हैं उनकी दुरूस्ती आदि कराकर उपयोग हेतु तैयार रखने, बायो टॉयलेट की व्यवस्था के संबंध में कलेक्टर ने पूर्व से ही तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। समीक्षा के दौरान बताया गया कि नगरीय क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति प्रायः नालियों के अवरुद्ध हो जाने के कारण होती है

अतः स्थानीय प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित कर लिया जावे कि संबंधित नगर पालिका अधिकारी नगर के तमाम नालियों की सफाई नियमित रूप से कराये। इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित ग्रामों एवं पहुंचविहीन क्षेत्रों बिजली आपूर्ति सुनिष्चित करने हेतु आवष्यक उपकरणों की व्यवस्था करने के लिए भी निर्देषित किया गया। इसके अलावा मानसून के दौरान जिले के नदी नालों में बढ़ते जलस्तर तत्काल रिपोटिंग करने हेतु कर्मचारियों को नियुक्त करने, खतरे के निशान को इंगित करने वाले साइन बोर्ड आदि की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया। कलेक्टर ने यहां भी कहा कि इस सीजन मौसमी बीमारियों सहित सर्पदंश उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग पर्याप्त मात्रा में दवाइंयां एवं एंटी डोज को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्धता रखें। साथ ही उन्होंने जिले के आश्रम छात्रावासों में मलेरिया इत्यादि से बचाव हेतु मच्छरदानियां एवं खिड़कियों जालियों की व्यवस्था, प्रसाधन कक्षों एवं छात्रावास परिसर के नालियों में डीडीटी के छिड़काव के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके साथ ही बैठक में समय-सीमा के पूर्व निर्धारित प्रकरणों पर भी कलेक्टर ने जानकारी लेते हुए दिशा-निर्देश दिए। बैठक के दौरान अपर कलेक्टर राजेश पात्रे सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button