रायपुर, 09 सितम्बर 2025
प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना ने आम उपभोक्ताओं को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की राह पर अग्रसर कर दिया है। इसी योजना के तहत बालोद जिले के ग्राम टेकापार निवासी श्री रमेश कुमार उइके ने अपने घर की छत पर 3 किलोवाट का सौर सिस्टम स्थापित कराकर न केवल अपने बिजली बिल को शून्य कर लिया है, बल्कि अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजकर ऊर्जा उत्पादक की भूमिका भी निभा रहे हैं।
श्री उइके ने बताया कि पहले उनके घर का मासिक बिजली बिल काफी अधिक आता था, जो उनके लिए आर्थिक बोझ का कारण बनता था। लेकिन प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने सौर सिस्टम लगाने का निर्णय लिया। अब उनके घर की पूरी ऊर्जा जरूरत सौर ऊर्जा से पूरी हो रही है और बची हुई बिजली से उन्हें अतिरिक्त आय भी प्राप्त हो रही है। वे उत्साहपूर्वक कहते हैं कि यह योजना मेरे लिए किसी वरदान से कम नहीं है। आज मेरा बिजली बिल शून्य हो गया है और मैं अतिरिक्त बिजली बेचकर आय अर्जित कर रहा हूँ। पहले हम केवल बिजली उपभोक्ता थे, अब ऊर्जा उत्पादक बन गए हैं। यह शासन की दूरदर्शी और प्रशंसनीय पहल है, जो हमारी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के साथ-साथ पर्यावरण को भी स्वच्छ बना रही है। उन्होंने गांव और आसपास के लोगों से भी अपील की कि वे इस योजना का लाभ उठाएँ और अपने घरों पर सौर सिस्टम स्थापित करें।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत सब्सिडी प्रदान की जा रही है, जिससे सौर सिस्टम लगवाने की लागत में भारी कमी आई है। योजना का उद्देश्य हर घर को सस्ती, स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा उपलब्ध कराना है।
श्री रमेश कुमार उइके ने योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह वास्तव में एक क्रांतिकारी पहल है, जो आम उपभोक्ताओं को ‘ऊर्जादाता’ बना रही है और देश को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ा रही है।