रायपुर, 09 सितम्बर 2025
छत्तीसगढ़ शासन की युक्तियुक्तकरण योजना ने शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा और मजबूती प्रदान की है। इसका लाभ अब सीधे ग्रामीण अंचलों के विद्यार्थियों तक पहुँच रहा है। सक्ती जिले के ग्राम जगदल्ली स्थित शासकीय प्राथमिक शाला इसका एक जीवंत उदाहरण है।
यह विद्यालय लंबे समय तक एकल शिक्षकीय रहा, जहाँ मात्र एक शिक्षक के भरोसे 30 छात्र-छात्राओं की पढ़ाई संचालित हो रही थी। शिक्षक की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी और उन्हें संपूर्ण व संतुलित शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई आती थी। लेकिन युक्तियुक्तकरण योजना लागू होने के बाद विद्यालय में शिक्षिका श्रीमती सुषमा कंवर की नई पदस्थापना की गई है।
नई शिक्षिका के जुड़ने से विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था मजबूत हुई है। बच्चों की पढ़ाई में निरंतर प्रगति देखी जा रही है और शिक्षा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। प्रधानपाठक ने इस पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि लंबे समय से विद्यालय में शिक्षकों की कमी थी, जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही थी। अब अतिरिक्त शिक्षिका की नियुक्ति से शिक्षण संतुलित हुआ है और बच्चों की पढ़ाई में सकारात्मक बदलाव दिखाई देने लगा है।
गांव के लोगों का मानना है कि युक्तियुक्तकरण से शिक्षा के प्रति नई आश जागी है। यह उदाहरण स्पष्ट करता है कि जब शासन की योजनाएँ धरातल तक पहुँचती हैं तो ग्रामीण अंचलों में भी सकारात्मक बदलाव की नई रोशनी फैलती है।