बाल शिक्षा और पोषण के क्षेत्र में ठोस सुधार लाने हेतु प्रशासन की बड़ी पहल

रायपुर. महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचाति आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से शून्य से 6 वर्ष तक की आयु के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से पोषण आहार प्रदाय किया जाता है और पूर्व प्राथमिक शिक्षा भी दी जाती है। आंगनबाड़ी केंद्रों के द्वारा शिशुवती महिला एवं गर्भवती महिलाओं की साप्ताहिक स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाता है एवं पूरक पोषण आहार भी वितरण किया जाता है। इसके अलावा किशोरी बालिकाओं को स्वच्छता और स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही पूरक पोषण आहार देकर उनके स्वास्थ्य की देखभाल की जाती है।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की मंशा अनुरूप कोरबा जिले में बाल शिक्षा और पोषण के क्षेत्र में ठोस सुधार लाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन द्वारा जिला खनिज न्यास मद (डीएमएफ) का प्रभावी उपयोग किया जा रहा है। इसी कड़ी में कलेक्टर द्वारा बड़ी पहल करते हुए कोरबा जिले के सुदूर और दुर्गम, पहुँचविहीन क्षेत्रों में 481 आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण के लिए 52 करोड़ से अधिक राशि की स्वीकृति प्रदान की गई है। यह पहल जिला प्रशासन की दूरदर्शिता और प्राथमिकता पूर्व शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

कोरबा जिले में पहली बार डीएमएफ से 52 करोड़ 68 लाख 65 हजार की लागत से सभी विकासखंडों में कुल 481 नए आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण की मंजूरी दी गई है, इससे जिले में शिशु शिक्षा, पोषण और मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को निश्चित ही नया आयाम मिलेगा। इस स्वीकृति के तहत कोरबा विकासखंड में 6 करोड़ 39 लाख 88 हजार की लागत से 56 नए आंगनबाड़ी भवन निर्मित किए जाएंगे। इसी प्रकार करतला विकासखंड में 8 करोड़ 63 लाख 85 हजार की लागत से 78 आंगनबाड़ी भवन, कटघोरा में 7 करोड़ 56 लाख 16 हजार की लागत से 65 आंगनबाड़ी भवन, विकासखंड पाली में 10 करोड़ 17 लाख 6 हजार की लागत से 93 आंगनबाड़ी भवन एवं पोड़ी उपरोड़ा विकासखण्ड में 19 करोड़ 91 लाख 70 हजार की लागत से 189 आंगनबाड़ी भवन निर्माण किए जाएंगे ।

इन भवनों का निर्माण कार्य मे आवश्यक सुविधाओं को विशेष ध्यान रखा जाएगा जहाँ बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा, पोषण आहार और स्वास्थ्य सेवाएं एक ही छत के नीचे सुलभ होंगी। इससे स्थानीय ग्रामीण और आदिवासी समुदायों को भी प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। इन भवनों के निर्माण से ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में बाल शिक्षा एवं पोषण सेवाओं को मजबूती मिलेगी साथ गर्भवती और शिशुवती माताओं और बच्चों के लिए एक सुरक्षित और अनुकूल वातावरण भी सुनिश्चित होगा।

गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में भी शिशु शिक्षा को संबल प्रदान करने हेतु जिला खनिज न्यास निधि से जिले के नगरीय क्षेत्र के विभिन्न जोन के अनेक वार्डाे में कुल 96 नवीन आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण हेतु 12 करोड़ 40 लाख की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। जिसमें नगर पालिका निगम कोरबा के विभिन्न जोन अंतर्गत 88 नए आंगनबाड़ी भवन एवं नगर पालिका परिषद बांकीमोंगरा के विभिन्न वार्डाे में 08 नवीन आंगनबाड़ी भवन का निर्माण कार्य शामिल है। आंगनबाड़ी केंद्रों के सुदृढ़ीकरण से प्रारंभिक बाल विकास, पोषण सुधार और मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को नया बल मिलेगा। डीएमएफ राशि का यह सुनियोजित उपयोग जिले में शिशु शिक्षा और पोषण व्यवस्था को एक नई दिशा देगा।

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